Mallikarjun Kharge – Delhi Aaj Kal https://www.delhiaajkal.com Delhi Ki Awaaz Mon, 02 Oct 2023 02:06:16 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 https://i0.wp.com/www.delhiaajkal.com/wp-content/uploads/2022/11/Black-minimalist-michael-vescera-logo.png?fit=32%2C32&ssl=1 Mallikarjun Kharge – Delhi Aaj Kal https://www.delhiaajkal.com 32 32 212602069 Congress appointed Ajay Maken as Treasurer, gave a big message by giving him a big responsibility before the general elections https://www.delhiaajkal.com/congress-appointed-ajay-maken-as-treasurer-gave-a-big-message-by-giving-him-a-big-responsibility-before-the-general-elections/ https://www.delhiaajkal.com/congress-appointed-ajay-maken-as-treasurer-gave-a-big-message-by-giving-him-a-big-responsibility-before-the-general-elections/#respond Mon, 02 Oct 2023 02:06:13 +0000 https://www.delhiaajkal.com/?p=2773

अजय माकन को कांग्रेस ने बनाया कोषाध्यक्ष , आम चुनाव से पहले बड़ी जिम्मेदारी देकर दिया बड़ा संदेश

दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
1 अक्टूबर 2023

कांग्रेस ने आम चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व खेल मंत्री और दिल्ली विधानसभा के पूर्व स्पीकर अजय माकन को कांग्रेस का नया कोषाध्यक्ष नियुक्त किया है. उन्हें पवन कुमार बंसल की जगह यह जिम्मेदारी दी गई है. पवन कुमार बंसल के पास अब केवल पार्टी कार्यालय के प्रशासन का कार्य ही रहेगा. अजय माकन को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी और विश्वासपात्र भी माना जाता है. अजय माकन को राहुल गांधी अपनी टीम का सक्रिय सदस्य मानते हैं. ऐसे समय में जब टीम राहुल गांधी में शामिल माने जाने वाले आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. उस समय भी तमाम दबाव और भाजपा छोड़ने वाले इन नेताओं के लगातार संपर्क करने के बाद भी अजय माकन कांग्रेस में ही बने रहे. उन्होंने साफ कहा कि वह राहुल गांधी को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे. इसके लिए चाहे उन्हें कोई भी कीमत चुकानी पड़े.

अजय माकन को कोषाध्यक्ष बनाकर कांग्रेस ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि वह पार्टी नेतृत्व के करीबी और विश्वासपात्र हैं. आम चुनाव से पहले उनको कोषाध्यक्ष का पद देने का यह मतलब भी निकाला जा रहा है कि पार्टी के संसाधन को सही तरीके से खर्च करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने अपने सबसे विश्वासपात्र व्यक्ति को चुना है. इस समय कांग्रेस के पास संसाधनों की कमी है. यही वजह है कि आम चुनाव के लिए इस समय संसाधन जुटाना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती दिख रही है. ऐसे में अजय माखन की भूमिका यहां काफी महत्वपूर्ण रहने वाली है.

अजय माकन दिल्ली विधानसभा में तीन बार विधायक रह चुके हैं. इसके अलावा वह दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के सबसे करीबी और विश्वासपात्र मंत्री भी रहे हैं. उनके पास यातायात, पर्यावरण सहित कई प्रमुख विभागों का दायित्व रहा है. अजय माकन के कार्यकाल में ही दिल्ली के अंदर सार्वजनिक परिवहन को सीएनजी से चलाने का बड़ा कार्य किया गया था. हालांकि यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर उठाया गया था. लेकिन जिस तरह से अजय माकन ने इसको व्यवस्थित तरीके से लागू करते हुए एक सुचारु व्यवस्था में बदला था. उसकी देश ही नहीं, दुनिया भर में प्रशंसा हुई थी. इसकी वजह यह थी कि दिल्ली दुनिया का पहला ऐसा शहर बन गया था. जहां सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पूरी तरह से सीएनजी पर चलने लगी थी. केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार बनने के बाद भी अजय माकन पर कांग्रेस का यह भरोसा कायम रहा. वह दो बार लोकसभा सांसद रहे. इस दौरान वह मंत्री भी बनाए गए. उन्हें दिल्ली में सीलिंग के दौरान शहरी विकास राज्य मंत्री बनाया गया था. उनके प्रयासों के बाद ही दिल्ली की सड़कों में मिक्स लैंड यूज की नीति लागू हुई थी. जिससे दिल्ली के लाखों कारोबारियों को गली मोहल्लों में दुकान चलाने का कानूनी अधिकार मिल पाया था. इसके साथ ही मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में ही वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भी बनाए गए थे. वहां पर भी उनका कार्य काफी उल्लेखनीय रहा था. वह उस समय उन चुनिंदा मंत्रियों में शामिल थे. जो राज्य मंत्री होते हुए भी पूर्वोत्तर से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर व्यक्तिगत दौरा करते थे और जमीनी रिपोर्ट हासिल करते थे. मनमोहन सिंह सरकार में इसके उपरांत उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए खेल मंत्री बनाया गया था. उनके कार्यकाल में ही खेलों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी नीति का ऐलान किया गया था. स्टेडियम में सभी को खेलों में प्रवेश देने के लिए भी नीति तैयार की गई थी. उनके कार्यकाल के दौरान ही स्टेडियमों के कायाकल्प का भी कार्य किया गया था.

अपने छात्र जीवन से ही कांग्रेस के साथ जुड़ने वाले अजय माकन दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के भी अध्यक्ष रह चुके हैं. वह दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनकी यह खासियत रही है कि वह हमेशा दूसरी और तीसरी पंक्ति के नेताओं को तैयार करते रहे हैं. जिससे कांग्रेस के संगठन को भी मजबूती मिलती रही है. दिल्ली के हर विधानसभा में उनके कार्यकाल के दौरान नियुक्त किए गए नेताओं की एक लंबी सूची है. उन्हें दिल्ली में कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री पद का निर्विवाद चेहरा माना जाता रहा है. इस समय भी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सबसे मुखर तरीके से मोर्चा खोलने वाले नेताओं में वह शामिल हैं. हाल ही में सीबीआई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में सौंदर्यीकरण में अनियमत्ताओं को लेकर जांच शुरू की है. इस मामले को भी सबसे पहले उठाने वालों में अजय माखन ही शामिल रहे थे. इसके उपरांत इस मुद्दे को भाजपा ने भी उठाया था.

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Ajay Maken appointment in CWC gives Congress Delhi’s Future Politics Indications https://www.delhiaajkal.com/ajay-maken-appointment-in-cwc-gives-congress-delhis-future-politics-indications/ https://www.delhiaajkal.com/ajay-maken-appointment-in-cwc-gives-congress-delhis-future-politics-indications/#respond Thu, 24 Aug 2023 10:19:10 +0000 https://www.delhiaajkal.com/?p=2176

अजय माकन को कार्यसमिति में शामिल कर दिल्ली—पंजाब की राजनीति पर कांग्रेस का बड़ा संदेश

दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
21 अगस्त 2023

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस की पुनर्गठित कार्यसमिति का ऐलान कर कई संदेश दिए हैं. उन्होंने इसमें 6 ओबीसी, 9 एससी और महेंद्रजीत सिंह मालवीय जैसे आदिवासी चेहरे को शामिल कर यह बताया है कि कांग्रेस ने भाजपा की ओबीसी—दलित—पिछड़ा वोट बैंक रणनीति की काट निकालने का प्रयास किया है.

कार्यसमिति में अजय माकन को शामिल कर कांग्रेस नेतृत्व ने दिल्ली और पंजाब को लेकर भी बड़ा संदेश दिया है. माकन शुरू से दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह के तालमेल के खिलाफ रहे हैं. उन्होंने खुले तौर पर कहा था कि आम आदमी पार्टी के साथ किसी भी तरह का समझौता कांग्रेस के लिए आत्मघाती होगा. यह माना जा रहा है कि अजय माकन को कार्यसमिति में शामिल कर कांग्रेस ने पंजाब और दिल्ली को लेकर बड़ा संदेश दे दिया है.

जानकार मानते हैं कि माकन को शामिल कर कांग्रेस ने यह बताने का कार्य किया है कि वह इस समय भले ही इंडिया गठबंधन में आम आदमी पार्टी को शामिल करने पर सहमत है. लेकिन आने वाले समय में वह अपने दिल्ली के नेता की सलाह पर अमल कर सकती है. वह पूरी तरह से आम आदमी पार्टी के साथ समझौता को लेकर कदम नहीं बढ़ाएगी. यह कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने अजय माकन को कार्यसमिति में शामिल कर यह भी संदेश दिया है कि आने वाले समय में एक बार फिर अजय माकन ही दिल्ली में उसका चेहरा होंगे. वह अपने इस सबसे भरोसेमंद चेहरे को आगे करके ही दिल्ली की राजनीति में अपनी वापसी की रणनीति बनाएगी.

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Congress announced its New Working Committee, Gandhi Family loyalist included  https://www.delhiaajkal.com/congress-announced-its-new-working-committee-gandhi-family-loyalist-included/ https://www.delhiaajkal.com/congress-announced-its-new-working-committee-gandhi-family-loyalist-included/#respond Thu, 24 Aug 2023 05:41:47 +0000 https://www.delhiaajkal.com/?p=2164

कांग्रेस कार्य समिति का ऐलान, सचिन पायलट और शशि थरूर नए सदस्य के रूप में शामिल हुए

दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
 20 अगस्त 2023

लोकसभा सदस्य शशि थरूर और राजस्थान कांग्रेस के नेता तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस की पुनर्गठित कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 79 वें जन्मदिन पर रविवार 20 अगस्त को कांग्रेस की नई कार्य समिति का ऐलान किया गया है. पहले कार्य समिति के सदस्यों का चयन चुनाव के माध्यम से करने का निर्णय किया गया था. लेकिन पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अंत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को ही सदस्यों की नियुक्ति का अधिकार सर्व समिति से दिया गया था. यह कांग्रेस की सबसे बड़ी निर्णय करने वाली संस्था है. इसके गठन को लेकर पिछले काफी लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी.

 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से पुनर्गठित कांग्रेस कार्य समिति में कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी के साथ ही पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी  शामिल किया गया है. इन दोनों को ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष होने के नाते कार्य समिति का सदस्य घोषित किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में डॉक्टर मनमोहन सिंह को भी कार्य समिति में जगह दी गई है. इसके साथ ही प्रियंका गांधी भी कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य घोषित की गई हैं. कांग्रेस कार्य समिति का ऐलान मल्लिकार्जुन खड़गे के अध्यक्ष बनने के लगभग 6 महीने बाद किया गया है. उन्हें रायपुर प्लेनेरी सेशन के दौरान फरवरी महीने में कांग्रेस कार्य समिति के पुनर्गठन का अधिकार  दिया गया था. कांग्रेस कार्य समिति में पहले के 24 की तुलना में इस बार 39 सदस्यों को शामिल किया गया है. इनमें से 18 स्थाई सदस्य हैं. जबकि 14 प्रभारी और  विशेष आमंत्रित सदस्य भी  शामिल किए गए हैं. इसके अलावा कांग्रेस के विभिन्न संगठनों के अध्यक्षों को भी संबंधित इकाई के अध्यक्ष के रूप में कार्य समिति में शामिल किया गया है. 

कार्य समिति में जिन अन्य प्रमुख लोगों को शामिल किया गया है. उसमें पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चौहान, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व सांसद दीपा दासमुंशी,  लोकसभा सदस्य गौरव गोगोई और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन शामिल है.  इसके अलावा लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी और केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्निथला, नौकरशाह से राजनेता बने के राजू को भी स्थाई सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. इसके साथ ही कोडीकुन्नील सुरेश और प्रीनीति शिंदे को भी कार्य समिति में शामिल किया गया है. कार्य समिति के गठन के दौरान युवा नेताओं को भी शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया गया है. कांग्रेस की तेजतर्रार प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत  के साथ ही अलका लांबा और पवन खेड़ा को भी विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है. वहीं,  कन्हैया कुमार को कांग्रेस कार्यसमिति में छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रभारी के रूप में जगह दी गई है. दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर विरोध का स्वर मुखर करने वाले अजय माकन को भी कार्य समिति में जगह दी गई है. इसके अलावा मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा और अभिषेक मनु सिंघवी को भी कार्य समिति में शामिल किया गया है. 

कांग्रेस कार्यसमिति में सभी वर्ग को शामिल करने का प्रयास किया गया है. लेकिन इसके साथ ही सबसे खास बात यह है कि मुख्यमंत्रियों को उनके दायरे में रखने को लेकर भी कार्यसमिति गठन के दौरान ध्यान रखा गया है. उन लोगों को कार्यसमिति में जगह दी गई है.  जो अपने राज्य में कांग्रेस मुख्यमंत्री के सामने आने वाले समय में मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं. यह कदम उठाकर कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया है कि आने वाले समय में कोई भी मुख्यमंत्री सर्व शक्तिशाली होने के भ्रम में न रहे और पार्टी के खिलाफ बगावत न कर पाए.

कार्यसमिति में एके एंटोनी और अंबिका सोनी को शामिल किए जाने को आश्चर्यजनक माना जा रहा है. इसकी वजह यह है कि इन दोनों ही नेताओं ने कांग्रेस नेतृत्व को कहा था कि वह अपने स्वास्थ्य कारणों और बढ़ती उम्र की वजह से नियमित राजनीतिक गतिविधियों से दूर रहना चाहते हैं. यह माना जा रहा है कि इन दोनों ही नेताओं की सोनिया गांधी के साथ निकटता की वजह से उनको शामिल किया गया है. कांग्रेस यह चाहती है कि आने वाले समय में इन दोनों नेताओं के अनुभव का लाभ चुनाव में लिया जाए. यह भी माना जा रहा है कि एके एंटनी को शामिल करने की एक अन्य वजह यह है कि कांग्रेस के पास कोई क्रिश्चियन चेहरा नहीं था. इसके अलावा केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता ओमन चांडी के निधन की वजह से भी कांग्रेस के ऊपर केरल से किसी वरिष्ठ नेता को चुनने का दबाव था. इसके अलावा केरल से ही शशि थरूर को भी कांग्रेस कार्य समिति में जगह दी गई है. यह माना जा रहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर को शायद कार्यसमिति में जगह न मिले. लेकिन कांग्रेस ने  थरूर को कार्यसमिति में शामिल कर यह संदेश दिया है कि वह अगले आम चुनाव में केरल में पूरी ताकत से चुनाव लड़ना चाहती है. यही वजह है कि वह राज्य में किसी नेता को नाराज नहीं करना चाहती है. मल्लिकार्जुन के खिलाफ अध्यक्ष का चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर ने तमाम कांग्रेस की ओर से खड़गे को समर्थन दिए जाने के बावजूद भी चुनाव में 1000 वोट हासिल किए थे. 

सचिन पायलट को भी कांग्रेस कार्य समिति में जगह दी गई है. जिससे यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में अशोक गहलोत के विकल्प में सचिन पायलट को कांग्रेस आगे करना चाहती है.   कांग्रेस ने सचिन पायलट को राजस्थान से शामिल करने के साथ ही संतुलन बनाने के लिए महेंद्रजीत सिंह को भी कार्य समिति में जगह दी है. उनको अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है.   इसी तरह से छत्तीसगढ़ के प्रभावी नेताओं में शामिल तामध्वज साहू को भी कांग्रेस कार्यसमिति में जगह दी गई है. एक समय साहू का नाम भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री  के संभावित नाम के रूप में काफी चर्चा में रहा था.

हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस ने प्रतिभा सिंह को कार्य समिति में शामिल किया है. राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था. लेकिन कांग्रेस ने वहां सुखविंदर सिंह सुक्कू को मुख्यमंत्री बनाया था. कर्नाटक से कांग्रेस ने सैयद नासिर हुसैन के साथ ही एम वीरप्पा मोहिनी और बीके हरिप्रसाद को भी स्थाई सदस्य के रूप में कांग्रेस कार्य समिति का सदस्य बनाया है. यह माना जा रहा है इसके सहारे मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को भी संदेश देने का प्रयास किया गया है. महाराष्ट्र के नेताओं को प्रमुखता से कार्यसमिति में शामिल करने को लेकर कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि आगामी आम चुनाव में महाराष्ट्र सबसे महत्वपूर्ण राज्य रहने वाला है. यही वजह है कि महाराष्ट्र को लेकर विशेष कदम उठाए गए हैं.

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