डूसू चुनाव के नतीजे घोषित, एबीवीपी को तीन पद मिले, एनएसयूआई को मिला उपाध्यक्ष पद
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
23 सितंबर 2023
तीन साल बाद हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित कर दिए गए. इस चुनाव में भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने तीन पदों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) को एक पद हासिल हुआ है. एनएसयूआई के अभि दहिया ने उपाध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एबीवीपी को उसकी शानदार जीत पर बधाई दी है.
डूसू चुनाव नतीजों में एबीवीपी के उम्मीदवार तुषार डेढ़ा को 23 हजार 460 मत मिले हैं. जबकि एनएसयूआई की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हितेश गुलिया को 20,345 वोट प्राप्त हुए हैं. वहीं, उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के अभि दहिया को 22331 मत और एबीवीपी के सुशांत धनखड़ को 20502 वोट मिले हैं. सचिव पद पर एबीवीपी की अर्पिता ने 24534 मतों के साथ जीत हासिल की है. इस पद पर एनएसयूआई की यक्षणा शर्मा को 11597 वोट मिले हैं. सह सचिव पद पर एबीवीपी के सचिन बैंसला ने 24955 मत पाकर जीते हैं. उनके मुकाबले एनएसयूआई के शुभम कुमार को 14960 वोट मिले हैं.
]]>डूसू चुनाव में दिखेगा इंडिया गठबंधन का असर, मिलकर लड़ेंगे एनयूएसआई और वाम छात्र संगठन
दिल्ली आजकल ब्यूरो, दिल्ली
12 सितंबर 2023
डूसू चुनाव में भी विपक्षी दलो के राष्ट्रीय गठबंधन इंडिया एलायंस का असर देखने को मिल सकता है. इसकी वजह यह है कि भाजपा से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विदयार्थी परिषद को हराने के लिए एनएसयूआई और वाम दलों की छात्र इकाइयो ने मिलकर चुनाव लड़ने का निश्चय किया है.
वाम दलों की छात्र इकाई से जुड़े एक नेता ने कहा कि फिलहाल सीटों पर फैसला नहीं हुआ है. लेकिन जिस तरह से राष्ट्रीय स्तर पर हमारे मुख्य दल मिलकर भाजपा को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. उसी तरह से हम दिल्ली विश्वविदयालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को रोकने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. जल्द ही इसको लेकर फैसला हो सकता है.
इस बीच 22 सितंबर को होने वाले डूसू चुनाव के लिए किसी भी दल ने फिलहाल तक अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किये हैं. हालांकि कैंपस में सभी छात्र संगठनो ने अपना प्रचार शुरू कर दिया है. एबीवीपी ने अपने संभावित 9 उम्मीदवारों का एक पैनल घोषित किया है. इसमें से चार को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव पद का अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया जाएगा.
पिछले बार आम आदमी पार्टी की छात्र इकाइ सीवाईएसएस ने वाम दलों के छात्र संगठन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. जिसमें उसे भारी पराजय देखनी पड़ी थी. इस बार सीवाईएसएस ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय किया है. यह कहा जा रहा है कि कैंपस में निष्क्रियता और संगठन नहीं होने की वजह से उसने यह निर्णय किया है.
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